ऑक्सीकरण और अवकरण | Oxidation and reduction - BHARAT GK -->

17 September 2017

ऑक्सीकरण और अवकरण | Oxidation and reduction

ऑक्सीकरण (Oxidation)

ऑक्सीजन का सहयोग, हाइड्रोजन का वियोग, विद्युत ऋणात्मक परमाणु या मुलकों के अनुपात में वृद्धि या धनात्मक अवयव की संयोजकता में वृद्धि या इलेक्ट्रॉन त्याग की प्रक्रिया ऑक्सीकरण (Oxidation) कहलाती है।

अवकरण (Reduction)

हाइड्रोजन का संयोग, ऑक्सीजन का वियोग, विद्युत धनात्मक परमाणु या मुलकों के अनुपात में वृद्धि या धनात्मक अवयव की संयोजकता में कमी या इलेक्ट्रॉन ग्रहण की अभिक्रिया अवकरण (Reduction) कहलाती है।
Oxidation and reduction

ऑक्सीकारक (Oxidising agent)

अब करण की अभिक्रिया में सहायता करने वाले पदार्थ या जो पदार्थ इलेक्ट्रॉन को ग्रहण करता है, उन्हें आक्सीकारक कहते हैं। जैसे- O2, H2O2, O3, H2S, HNO2 इत्यादि।
★ ऑक्सीकरण और अवकरण दोनों जैसा आचरण करने वाला पदार्थ- SO2, H2O2, O3, H2S, HNOइत्यादि।
★ ऑक्सीकरण एक रासायनिक अभिक्रिया है।
★ जंग लगना ऑक्सीकरण का उदाहरण है जंग लगने पर लोहे का भार बढ़ जाता है।
★ दहन ऑक्सीकरण रासायनिक अभिक्रिया है।
★ ऑक्सीकरण में हाइड्रोजन अलग होता है और अवकरण में संयोग होता है।
★ ऑक्सीकरण में विद्युत ऋणात्मक अवयव बढ़ता है और अवकरण में घटता है।
★ ऑक्सीकरण की स्थिति में विद्युत धनात्मक अवयव की संयोजकता बढ़ती है जबकि अवकरण की स्थिति में संयोजकता घटती है।
★ आक्सीकरण में विद्युत धनात्मक अवयव का अनुपात घटता है और अवकरण में विद्युत धनात्मक अवयव का अनुपात बढ़ता है।
★ ऑक्सीकरण की स्थिति में इलेक्ट्रॉन का ह्रास होता है जबकि अवकरण में प्राप्ति होती है।

अवकारक (Reducing agent)

अवकरण की अभिक्रिया में सहायता करने वाले पदार्थ  अथार्थ जो पदार्थ इलेक्ट्रॉन का त्याग करता है, उन्हें हम अवकारक कहते हैं। जैसे- H2, CO, H2S, SO2, C, SnCl2 इत्यादि।

ऑक्सीकरण संख्या | Oxidation number

किसी अणु में उपस्थित किसी परमाणु के वास्तविक या आभासी आवेश को उस परमाणु की ऑक्सीकरण संख्या कहते हैं। स्वतंत्र अवस्था में किसी तत्व की ऑक्सीकरण संख्या शून्य होती है। ऑक्सीकरण संख्या हमेशा आवेश युक्त होती है जबकि संयोजकता में आवेश नहीं होती है। ऑक्सीकरण संख्या भिन्न या दशमलव में हो सकती है जबकि संयोजकता हमेशा पूर्ण संख्या में होती है।

रिडॉक्स अभिक्रिया | Redox reaction

रसायनिक अभिक्रिया जिनमें ऑक्सीकरण तथा अवकरण साथ-साथ हो उसे रिडॉक्स अभिक्रिया कहते हैं। सभी रासायनिक अभिक्रिया रिडॉक्स अभिक्रिया नहीं होती है। विद्युत रासायनिक सेल या विद्युत अपघटक सेल में में रेडोक्स अभिक्रिया होती है। लोहे में जंग लगना रेडोक्स अभिक्रिया का एक उदाहरण है। ऐसी रेडोक्स अभिक्रिया जिनमें एक ही पदार्थ ऑक्सीकृत और अवकृत भी हो उसे ऑटो-रेडाक्स अभिक्रिया कहते हैं।
विद्युत सेल एक उपकरण है जो रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है विद्युत रासायनिक सेल में दो इलेक्ट्रॉन केथोड के और एक इलेक्ट्रॉन एनोड होते हैं। कैथोड में अवकरण की अभिक्रिया होती है और एनोड में ऑक्सीकरण की अभिक्रिया होती है।
वस्तु को धनावेशित करने पर इलेक्ट्रॉन का त्याग होता है और ऋण आवेशित करने पर इलेक्ट्रॉन को ग्रहण करता है।

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